रोजमर्रा के मसले और उनके संभावित समाधान
गणित में निल बटे सन्नाटा रहने के बावजूद मेरी इंजिनीयरिंग में रुचि बराबर बनी रही मैंने ऐसे दोस्त ढूंढ लिए जो दीवार की चिनाई करने से लेकर रेडियो स्टेशन को सूट केस में पैक करके कहीं भी ले जा कर उसे शुरू करने लायक बनाने में सक्षम थे। सांख्यिकी के पेपर में तीन नम्बर आये थे तो अध्यापक महोदय ने ने मेरी गैरत को जगाने के लिए क्लास के सामने ही मेरे से पूछा था कि इन तीन नम्बरों से तेरा काम जीवन में कैसे चलेगा तब मेरे मन में एक बात आई और वहीँ बात मैंने अध्यापक से कह …