मनुष्य के दस महत्वपूर्ण कर्तव्य

धर्म का एकमात्र अर्थ केवल कर्तव्य ही होता है न कि उपासना पद्दति , हिन्दू सनातन मत विश्व की प्राचीनतम वैज्ञानिक व्यवस्थाओं में से एक है, आइये जानें सनातन मत के अनुसार हमारे क्या क्या कर्तव्य हैं | सनातन मत एक वैज्ञानिक व्यवस्था पर मनीषियों द्वारा बहुत लम्बे समय के चिंतन और मनन के बाद स्थापित हुआ है , अक्सर हिन्दू धर्म को पूजा पद्दति के तरीके से देखा जाता है और इस विषय पर चर्चा का स्कोप खत्म कर  दिया जाता है | धर्म मेरा बड़ा रोचक विषय रहा है आर्यसमाज से सम्पर्क में आ कर मैंने बचपन में ही …

Read more

धर्म सापेक्षता धर्म निरपेक्षता और साम्प्रदायिकता

बड़े वर्षों तक धर्मनिरपेक्ष शब्द को साम्प्रदायिक के सामने रख कर लोगों को अपने कर्तव्य पथ से डिगा कर मंडी में तब्दील करने का कुत्सित प्रयास व्यवस्था के द्वारा किया जाता रहा है। धर्म सापेक्षता और धर्म निरपेक्षता आपने सामने के शब्द हैं जबकि साम्प्रदायिकता टुच्चा कांसेप्ट है जिसका सापेक्षता और निरपेक्षता से किसी तरह का भी लेना देना नही है। हमारे पुरखों ने धर्म की रक्षा के लिए सर कटवाए, धन संपत्तियां छोड़ी,जमे जमाये कारोबार छोड़े, रावी सिंध चिनाब जैसे दरिया छोड़े लेकिन अपना धर्म बचा लाये। लोग यहां अभी दाल फुल्के के जुगाड़ में लगे थे के षड्यंत्रकारियों …

Read more