गौपालन गौसंरक्षण गौसंवर्धन गौशालाएं और कानूनी अडचनें और संभावनाएं

महक सिंह तरार और कमल जीत भूमिका गाय सनातन की आर्थिक धुरी है और धर्म के मूल में जो अर्थ होता है वह असल में गाय ही होती है। चूंकि गाय सनातन इकनोमिक सिस्टम की करंसी है इसी लिए जो हालात आज गाय की हो रखी है वही हालात हमारी करंसी अरतार्थ मुद्रा के हो रखे हैं मतलब कोई पूछता ही नही है हमारे ऋषि मुनियों ने बड़ी शोध करके गाय को पहचाना और फिर गाय को विकसित किया। गाय एक ऐसा जीव है जो जीरो डिग्री तापमान से लेकर पैंतालिस पचास डिग्री तापमान तक बड़े आराम से बिना किसी …

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